निरंकार ही सतगुरु है और सदा रहेगा...
तेरे गीत मैं गाता रहूँ, सदा मौज मनाता रहूँ,
तेरी रहमत बख्शिश से, सदा हस्ता हसता रहूं !
धन निरंकार जी महापुरुषों जी
एक तुही निरंकार मैं तेरी शरण हां मेनू बख्श लो
सतगुरु माता सुदीक्षा सविंदर हरदेव जी महाराज की जय
आशीर्वाद सेवा, सिमरन, सत्संग हमेशा मेरे साथ रखें...